चक्रवात फ्रेडी (Cyclone Freddy in Hindi)
क्या है फ्रेडी ?और क्यों मचा रहा है तबाही
उष्णकटिबंधीय चक्रवात चेनेसो (Tropical Cyclone Cheneso) ने मेडागास्कर को तबाह करने के दो सप्ताह बाद एक और शक्तिशाली चक्रवात हिंद महासागर से टकराने जा रहा है.
चक्रवात फ्रेडी (Cyclone Freddy) अब तक के रिकॉर्ड में सबसे लंबे समय तक सक्रिय रहने वाला उष्णकटिबंधीय चक्रवात बन गया है। दक्षिण हिंद महासागर के ऊपर 33 दिनों से सक्रिय है, और मोजाम्बिक में दो लैडफॉन बना चुका है। हालांकि अभी इसे आधिकारिक तौर पर घोषित किया जाना बाकि है।
सर्वाधिक लम्बे समय तक सक्रिय रहने का वर्तमान आधिकारिक रिकार्ड हरिकेन / टायफून जॉन (Hurricane/Typhoon John) के पास है, जो 1994 से 31 दिनों तक सक्रिय रहा था लेकिन अब 'फ्रेडी' हरिकेन/टायफून 'जॉन' का तोड़ा रिकॉर्ड चुका है।
फ्रेडी के पास अधिकतम बार किसी उष्णकटिबंधीय चक्रवाल के छह बार तीव्र तीव्रता से गुजरने का रिकॉर्ड भी है। यह रिकॉर्ड ग्लोबल वार्मिंग की भूमिका की तरफ संकेत देता है, विशेष रूप से महासागरों में गर्मी का.
चक्रवात फ्रेडी उत्तरी ऑस्ट्रेलियाई तट पर उत्पन्न हुआ था और 6 फरवरी को एक नामित तूफान बन गया। इसने पूरे दक्षिण हिंद महासागर को पार किया और 21 फरवरी को मैडागास्कर में और फिर 24 फरवरी को मोजाम्बिक में फॉल बनाया। 11 मार्च 2023 को इसने दूसरी बार मोजाम्बिक में लैंडफाल बनाया।
बेहद शक्तिशाली है ये चक्रवात-
उष्णकटिबंधीय चक्रवात फ्रेडी (Tropical Cyclone Freddy) की रफ्तार 120 km/h है. यानी की जितनी रफ्तार में राजधानी और शताब्दी ट्रेनें दौड़ती हैं. हालांकि अब इनकी रफ्तार बढ़ाकर 150 km/h कर दी गई है.
चक्रवात फ्रेडी दुरंतों की रफ्तार से हिंद महासागर की तरफ बढ़ता आ रहा है. अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन ने सैटेलाइट से इसकी तस्वीरें कैद की है. इसका विकराल रूप कैमरे की कैद हुआ है.
मॉरीशस और मेडागास्कर के लिए खतरा-
मेडागास्कर द्वीप के अधिकारी मॉरीशस से लगभग 1130 किमी पश्चिम में अफ्रीका के तट की ओर मंगलवार शाम तक पूर्व में महानोरो और दक्षिण-पूर्व में मनकारा के बीच फ्रेडी की सीधी टक्कर की उम्मीद कर रहे थे.
चक्रवात को 'तीव्र उष्णकटिबंधीय चक्रवात' और 'विशेष रूप से शक्तिशाली और जटिल उष्णकटिबंधीय प्रणाली के रूप में वर्णित किया गया है. जो इसके केंद्र के पास अत्यधिक हवाएं पैदा करता है.
रीयूनियन में संयुक्त राष्ट्र के क्षेत्रीय मौसम अवलोकन केंद्र ने कहा कि फ्रेडी दो सप्ताह पहले इंडोनेशिया के पास बना था.
चक्रवात फ्रेडी के कारण तूफान सीधे तौर पर मॉरीशस के लिए खतरा पैदा कर दिया. फ्रेडी के विकराल रूप को देखते हुए देश में उड़ानें बंद कर दी हैं। और अपने स्टॉक एक्सचेंज को बंद कर दिया है.
फ्रेडी हिंद महासागर में द्वीपों की ओर बढ़ रहा है क्योंकि मेडागास्कर के चार क्षेत्रों में भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन की भविष्यवाणी की गई है. स्पेस स्टेशन से लिया गया वीडियो दिखा रहा है कि फ्रेडी का रूप कितना भयावह है. ये मेडागास्कर के पूर्व में हिंद महासागर के ऊपर स्थित फ्रेडी चक्रवात के है।
चक्रवात फ्रेडी से सम्बंधित महत्वपूर्ण तथ्य-
1. चक्रवात 'फ्रेडी' मोजाम्बिक और मलावी से टकराया है।
2. 'फ्रेडी' जिसे विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) ने 'उल्लेखनीय तूफान' कहा, दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के तट पर विकसित हुआ जहां इसे ऑस्ट्रेलियाई मौसम विज्ञान ब्यूरो द्वारा इसका नाम 'फ्रेडी' दिया गया है।
3. पूरे दक्षिणी हिंद महासागर को पार करने वाले अंतिम चक्रवात 2000 में 'लियोन-एलाइन' और 'हुडा' थे।
4. सप्ताहांत में हिंद महासागर को पार कर मोज़ाम्बिक से गुज़रने के बाद चक्रवात फ्रेडी सोमवार की सुबह तड़के लैंडलॉक मलावी पहुंचा है।
5. शक्तिशाली हवाओं और मूसलाधार बारिश से भरे चक्रवात 'फ्रेडी' ने मलावी और मोजाम्बिक में दक्षिणी अफ्रीका की मुख्य भूमि पर लौटने पर 100 से अधिक लोगों की जान ले ली है।
6. स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, चक्रवात फ्रेडी ने मलावी के दक्षिणी क्षेत्र में कम से कम 225 लोगों की जान ले ली है, जिसमें ब्लैंटायर, देश का वित्तीय केंद्र भी शामिल है। अन्य 88,000 लोग विस्थापित हैं। वहीं, नदियां अपने किनारे तोड़कर बेतहाशा बाढ़ लाते हुए आगे बढ़ रही हैं।
7. पड़ोसी मोज़ाम्बिक में अधिकारियों का कहना है कि शनिवार को बंदरगाह शहर क्वेलिमाने में तूफान के आने के बाद से कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई है।
8. यूरोपीय संघ के कोपरनिकस उपग्रह प्रणाली के अनुसार, लगभग 1300 वर्ग किलोमीटर (800 वर्ग मील) अभी भी पानी के भीतर 45,000 से अधिक लोग आश्रयों में छिपे हुए हैं। मलावी जो हैजा के प्रकोप से जूझ रहा था अब इस बीमारी के फिर से उभरने का खतरा है।
चक्रवात क्या है? आइये इसे जान लेते हैं -
एक चक्रवात एक मौसम की घटना है जो कम दबाव वाले केंद्र के चारों ओर तेज घूमने वाली हवाओं की विशेषता है। क्षेत्र और तूफान की ताकत के आधार पर चक्रवातों को हरिकेन, टाइफून या उष्णकटिबंधीय तूफान के रूप में भी जाना जाता है।
उनके स्थान और तीव्रता के आधार पर विभिन्न प्रकार के चक्रवात होते हैं-
1. उष्णकटिबंधीय चक्रवात: ये चक्रवात हैं जो उष्णकटिबंधीय या उपोष्णकटिबंधीय जल के ऊपर बनते हैं और 74 मील प्रति घंटे (119 किमी / घंटा) या उससे अधिक की हवा की गति को बनाए रखते हैं। क्षेत्र के आधार पर उन्हें हरिकेन, टाइफून या उष्णकटिबंधीय तूफान के रूप में भी जाना जाता है।
2. एक्स्ट्राट्रॉपिकल साइक्लोन: ये वे साइक्लोन होते हैं जो ट्रॉपिक्स के बाहर बनते हैं और मोर्चों और अन्य मौसम प्रणालियों से जुड़े होते हैं। इन्हें मध्य-अक्षांश चक्रवात या फ्रंटल साइक्लोन भी कहा जाता है।
3. ध्रुवीय चक्रवात: ये ऐसे चक्रवात हैं जो ध्रुवीय क्षेत्रों पर बनते हैं और ध्रुवीय भंवर से जुड़े होते हैं। उन्हें आर्कटिक चक्रवात या अंटार्कटिक चक्रवात के रूप में भी जाना जाता है।
4. मेसोसाइक्लोन्स: ये छोटे पैमाने के चक्रवात होते हैं जो झंझावात के भीतर बनते हैं और कभी-कभी बवंडर पैदा कर सकते हैं। इन्हें घूमते हुए झंझावात के रूप में भी जाना जाता है।
उष्णकटिबंधीय चक्रवात की उत्पति के लिए अनुकूल दशाएं-
1. उच्च समुद्री तापमान जो कम से कम 27 .C हो।
2. हवाएँ जो ऊंचाई के साथ बहुत भिन्न नहीं होती हैं- निम्न पवन अपरूपण (Low wind shear) के रूप में जानी जाती हैं। यह तूफान के बादलों को लंबवत रूप से उच्च स्तर तक उठने की अनुमति देता है। पवन अपरूपण वास्तव में हवा के वेग या दिशा में तेजी से परिवर्तन को कहते हैं।
3. पवन के गोल-गोल घूमने (Spin) होने के लिए भूमध्य रेखा से पर्याप्त दूरी जरूरी है. यानी कोरिओलिस बल प्रभावी होना जरूरी है। भूमध्य रेखा पर कोरिओलिस बल शून्य होता है।
4. समुद्र की सतह के पास अभिसरण पवन (Converging Wind) को उठने और तूफानी बादलों का निर्माण करने के लिए मजबूर करती हैं।